सरहद पर पकड़े व्यक्ति को घरवालों से मिलाया:
सरहद पर पकड़े व्यक्ति को घरवालों से मिलाया:घर से 20 दिन पहले हुआ था गुम; मानसिक बीमार बुजुर्ग को उसका बेटा ले गया घर

जैसलमेर डीसा से गुम हुआ बुजुर्ग भारत-पाक सीमा पर मिला।
भारत-पाकिस्तान सरहद पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा पकड़े गए एक संदिग्ध लग रहे बुजुर्ग की पहचान होने के बाद उसके परिजन उसे घर लेकर गए। पुलिस ने रेवा (57) निवासी डीसा, गुजरात को उसके बेटे चेतन को सुपुर्द किया। चेतन ने बताया कि उसके पिता रेवा भाई मानसिक रूप से बीमार हैं और 20 दिन पहले घर से बिना बनाते कहीं चले गए। घरवालों ने डीसा पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
बुजुर्ग डीसा, गुजरात से भटकते हुए जैसलमेर जिले से लगती भारत-पाक सरहद पहुंच गया। जहां सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के पास सीमावर्ती धनाना गांव के इलाके में प्रहरी पोस्ट के पास घूमते हुए पकड़ा।
पुलिस ने जांच के दौरान बाल और दाढ़ी साफ करवाकर पहचान के प्रयास किए।
पुलिस ने जांच के दौरान बाल और दाढ़ी साफ करवाकर पहचान के प्रयास किए।
पकड़े जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने संदिग्ध लग रहे व्यक्ति से पूछताछ की तो वह सीमावर्ती क्षेत्र में आने को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। जिसके बाद बीएसएफ जवानों ने उसे अधिकारियों के सामने पेश किया। अधिकारियों द्वारा पूछताछ में उसने अपनी पहचान 57 वर्षीय रेवा भाई निवासी गुजरात बताई।
20 दिन पहले घर से हुआ था गायब
पकड़ा गया बुजुर्ग मानसिक रूप से कमजोर है। संदिग्ध बुजुर्ग की तलाशी लेने पर उसके पास से किसी प्रकार की संदिग्ध वस्तु या समान नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि मानसिक रूप से कमजोर ये बुजुर्ग व्यक्ति रास्ता भटक कर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के पास के इलाके में पहुंच गया। सम थाना पुलिस ने बुजुर्ग को संयुक्त जांच कमेटी को सौंपा। पूछताछ में उसने डीसा का नाम बताया। सुरक्षा एजेंसियों ने डीसा थाना पुलिस से पड़ताल की तब जानकारी में आया कि रेवा नामक एक बुजुर्ग 20 दिन से घर से लापता है।
डीसा पुलिस ने रेवा भाई के परिवार वालों को जानकारी देकर जैसलमेर भेजा। जैसलमेर आए रेवा भाई के बेटे चेतन ने अपने पिता को पहचाना। बेटे द्वारा पहचान लेने के बाद जैसलमेर पुलिस ने रेवा भाई को उसके बेटे चेतन के साथ गुजरात रवाना किया